tag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post416836351510751617..comments2012-01-08T09:31:35.124-08:00Comments on अंतर्मन....आत्मा की आवाज .....: दो रोटी का सवाल है .....Renu Mehrahttp://www.blogger.com/profile/14770537849711259946noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-83889999346076465352011-06-30T09:56:13.914-07:002011-06-30T09:56:13.914-07:00bahut achi kavita habahut achi kavita hatanishqhttps://www.blogger.com/profile/16744838650165509969noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-53769983776666633502011-06-30T08:47:50.193-07:002011-06-30T08:47:50.193-07:00@विश्गाथा, श्री प्रकाश डिमरी जी एवं नूतन जी सादर आ...@विश्गाथा, श्री प्रकाश डिमरी जी एवं नूतन जी सादर आभार ...नूतन जी ब्लॉग भी मेरा ही है और बाकी तो मेरी जानकारी आपके पास है ही ..सादर ...Renu Mehrahttps://www.blogger.com/profile/14770537849711259946noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-16199835063166766032011-05-24T09:21:35.835-07:002011-05-24T09:21:35.835-07:00फकत दो रोटी का सवाल है ..
ये जिन्दगी भी कितनी ...फकत दो रोटी का सवाल है ..<br />ये जिन्दगी भी कितनी बदहाल है.. <br /><br />सड़क किनारे जिंदगी पड़ी है लावारिस ..<br />और ऊँची इमारतो में कमरे बेमिसाल है... .<br />मन में कई अनुत्तरित प्रश्न हैं....बहुत ही मार्मिक शसक्त अभिव्यक्तिअनुभूतिhttps://www.blogger.com/profile/17816337979760354731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-50573755429735288472011-05-24T09:20:14.238-07:002011-05-24T09:20:14.238-07:00रेनू जी सुन्दर सलोने ब्लॉग के लिए अपार शुभ कामना...रेनू जी सुन्दर सलोने ब्लॉग के लिए अपार शुभ कामनाएं...अनुभूतिhttps://www.blogger.com/profile/17816337979760354731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-23914631068534285332011-05-23T19:37:32.862-07:002011-05-23T19:37:32.862-07:00पूरी कविता लाजवाब ! बहुत बधाई |
सड़क किनारे जिंद...पूरी कविता लाजवाब ! बहुत बधाई |<br /><br />सड़क किनारे जिंदगी पड़ी है लावारिस ..<br />और ऊँची इमारतो में कमरे बेमिसाल है... .Pankaj Trivedihttps://www.blogger.com/profile/13825761046315674437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-32818833836510596062011-05-21T01:48:20.081-07:002011-05-21T01:48:20.081-07:00अनिल जी शुक्रिया ..आपने पसंद किया ..हम यथासंभव इन ...अनिल जी शुक्रिया ..आपने पसंद किया ..हम यथासंभव इन लोगो के लिए कुछ कर पायें ...वही हमारी ओर से मदद होगी ...ओर अन्यों को प्रेरित करना भी इस ओर अच्छा प्रयास होगा ...सादरRenu Mehrahttps://www.blogger.com/profile/14770537849711259946noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-78900465899706566132011-05-18T06:52:04.384-07:002011-05-18T06:52:04.384-07:00रेनू जी, आपके इस ब्लॉग ने मुझे मार्मिक सा कर दिया...रेनू जी, आपके इस ब्लॉग ने मुझे मार्मिक सा कर दिया है . यह एक ज्वलंत विषय है, लेकिन कितने ऐसे लोग है जो कि इस दिशा मै सोचते है . अतुल्य भारत की इस गाथा मै मुझे उन गरीबो की फिर से याद अ रही है जो कि दो जून कि रोटी तक नहीं जूता पाता . यह लेख आपका कई प्रश्न छोड़ जाता है . कृपया लिखते रही हमारा ज्ञान बढता जायेगा . कुछ कर तो नहीं सकते लेकिन एक जागरूकता जरूर फैला सकते है .akanilaryahttps://www.blogger.com/profile/01159336879038847859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-31539020078153265512011-05-17T20:56:11.791-07:002011-05-17T20:56:11.791-07:00शुक्रिया प्रति जी ..सच ही कहा आपने ...इंसान की प्र...शुक्रिया प्रति जी ..सच ही कहा आपने ...इंसान की प्राथमिक और मूलभूत आवश्कताये ही पूर्ण नहीं हो पाती ..उसके लिए जिंदगी काटना असंभव हो जाता है ....क्यूंकि गरीबी एक अभिशाप है ...Renu Mehrahttps://www.blogger.com/profile/14770537849711259946noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8884462040032805183.post-87503966175561156572011-05-17T11:00:15.536-07:002011-05-17T11:00:15.536-07:00पापी पेट का सवाल है .... भूख गरीबी का अहसास। रोटी,...पापी पेट का सवाल है .... भूख गरीबी का अहसास। रोटी, कपड़ा और मकान आम आदमी की जरुरत है जो की उनसे डोर ही रहती है। उम्दा रेणु जीBarthwalhttps://www.blogger.com/profile/10624244011547494333noreply@blogger.com