सीने मे मेरे आज भी दफन हैं कई राज ...
भुलाए नहीं भूलती है वो तेरी कही बात ...
याद आती है बरबस मुझे वो एक शाम ..
जब मिले मुझे वो जख्म उम्रभर के नाम ...
---रेनू ---
१६/११/२०११
भुलाए नहीं भूलती है वो तेरी कही बात ...
याद आती है बरबस मुझे वो एक शाम ..
जब मिले मुझे वो जख्म उम्रभर के नाम ...
---रेनू ---
१६/११/२०११
करके बहाना चाँद चुप गया
तारे भी चले सजाने अपनी बारात ..
मै बैठी रही तकती "तुझे "ऐ मेरे खुदा ..
तू भी कहीं न नजर फेर ले ...
--रेनू ...
तारे भी चले सजाने अपनी बारात ..
मै बैठी रही तकती "तुझे "ऐ मेरे खुदा ..
तू भी कहीं न नजर फेर ले ...
--रेनू ...
very nice .....bahut bahut sundar.
ReplyDeleteshukriya vidya ....
ReplyDeletebohot achha di...
ReplyDeleteथैंक्स ओशीन ...
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